New Delhi: कैंसर की बीमारी अगर शुरुआती स्टेज में पकड़ में आ जाए तो उसका इलाज संभव है, लेकिन महंगे टेस्ट और लापरवाही के कारण लोग ऐसा नहीं करते।
कर्नाटक के एक वैज्ञानिक ने ऐसी मशीन बनाने में सफलता हासिल की है, जिसमें सिर्फ फूंक कारने से 2 मिनट के अंदर पता चल जाएगा कि आपको कैंसर है या नहीं। 
इस फोटोन मशीन के जरिए मुंह के कैंसर के अलावा महिलाओं में होने वाले गर्भाशय कैंसर, मधुमेह और तनाव के बारे में यह मशीन जानकारी देती है।  राज्य के तीन अस्पतालों में मशीन की जांच भी की जा चुकी है। 200 से ज्यादा मरीजों की बीमारी के बारे में मशीन ने प्रारंभिक स्टेज पर ही बता दिया। इस मशीन का बंगलूरू में चल रहे फॉर्मा सम्मेलन में प्रदर्शन किया गया है। 
हाल ही में बजट में सरकार ने दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत की घोषणा की थी। साथ ही कहा था कि सरकार 2022 तक डेढ़ लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित करेगी। इन सेंटर पर दांतों से लेकर कैंसर तक की जांच की जाएगी। यहां पांच तरह का कैंसर और हाइपरटेंशन जैसी गंभीर बीमारियों का उपचार किया जाएगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि उनकी ये मशीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल को कम समय और लागत में सफल बना सकता है।

थूक में मौजूद तत्वों से चलता है पता : कर्नाटक के मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजूकेशन के परमाणु और आणविक भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष चिंदांगिल ने बताया कि इंसान के सलाइवा (थूक) में 500 से भी ज्यादा प्रोटीनयुक्त तत्व मौजूद होते हैं। उनकी फोटोन मशीन इन्हीं तत्वों की रीडिंग करते हुए अंकों के आधार पर बीमारी की मौजूदगी या गैरमौजूदगी की पुष्टि करती है। उन्होंने बताया कि कैंसर, मधुमेह, तनाव जैसी बीमारियों की पहचान थूक की जांच से बहुत ही आसानी से की जा सकती है। इसकी विश्वसनीयता अन्य चिकित्सीय जांच मशीनों से ज्यादा होती है।

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